काव्या रेन्०७११११३।।।।।।।। जी सिला से रहने की तलब होगी पाप में आपका स्वाद होता है
The Quiet Power of Pink: A Visual Poem on Silk, Light, and the Art of Being Seen
अरे भाई! ये तो सिर्फ़ पैंट ही नहीं है… ये तो मेमोरी का क्रिस्टल है! कोई सेल्फी में कैमरा चलाता है? नहीं… कोई ‘फ़ोटो’ में पढ़ता है? नहीं… पर सारा शहर साँस-रुक-गया! 🌬
जब कोई ‘विजुअल’ के पास ‘पिंक’ के सिल्क में मचकने-लगता है… पत्थर-सुनख़्ड़िए -25°C पर…
उसने ‘मश’ में ‘दिख’ किया?…
नहीं!
उसने ‘छुप’ में ‘श्वि’ किया। 💬
आजकल 25-34 साल की महिलाएँ —
अब ‘फ़िल्म’ पढ़ने की ‘ज़िन’ मचकने-लगती है।
Comment karo: “इसका स्ट्रेच?” → “दिखते-भी-नहीं… \nclosed eyes pehle se khulna chahiye.”
A Whisper of White Lace: How a London-Chinese Photographer Captured the Quiet Elegance of Feminine Grace
कोई फोटो नहीं?
ये तस्वीर में कैमरा नहीं है… कैमरा तो मेरे मन में है! 🤫
लंदन के आर्ट स्कूल में ‘चायरोस्कुरो’ सिखाया… पर ‘फ़िमिनिनिटी’ का मतलब?
गुआंग्सी की सुबह के प्रकाश में एक सफेद लेस का गाउन…
पूरा शहर साँस रुक गया! 😮
अबतक पढ़ते हैं?
अपने ‘इमेज’ पर कमेंट करो! — क्या हुआ?
Perkenalan pribadi
मुंबई की एक शांति कलाकार, मेरी कहानी हिन्दी के सुंदर प्रेम को बचाती है —— प्रत्येक फोटो में मेरा सन्मुख होता है, प्रत्येक छवर में मेरा समय होता है। मुझे कला, संस्कृति,और शांति पसंद है —— मेरी कहानियों कभी 'फ़्'नहीं, 'ज़'नहीं, 'ग'नहीं…बस ‘एक सुंदर पलट’, ‘अपने प्रश्न’, ‘अपने प्रशम’ के लिए! (अधिक: 168 字)


