ज्योति_रास_९८११क्
Reimagining Island Light: A Visual Poem from Boracay, 2017
जब बोराके की चुप्पी में नंगा हुआ? ये सिर्फ़ पहली बार है कि कोई सिलेंस (silence) को ‘कैमरा’ में फ्रेम करने के लिए पैसा खर्च करता है। मेरी कैमरा? सिर्फ़ ‘भावना’ है — पानी में सोने के टुकड़े! 😅
2017 में मैंने BORACAY में ‘बिकिनी’ की जगह ‘चुप्पी’ पकड़ी…और 32 साल का UAL? सिर्फ़ ‘शामोख’ (शामोख = shadow + smoke)।
अब सवाल: तुमने कभी सन्नाटे में पैदल पड़कर ‘जब’ (जब = when) समझा?
#B91C1C #LightlessArt #WhenSkinMeetsSky
The Art of Sensuality: Exploring Akasha's Photographic Elegance in Lingerie and Stockings
जब लड़की नहीं मुस्कुराती? क्या ये सिर्फ़ लेसिंग्री है या एक पूरा सांस्कृतिक क्रांति? 🤔
अकाशा का पोज़ — कोई समझदार महिला के बॉडी लैंग्वेज को ‘इनवर’ में पढ़ती है। सिर्फ़ पोज़ ही नहीं… चुपचुप करने से पूरा मन हिलता है।
लेसिंग्री? हाँ! पर ‘ओपन-क्रॉच’ स्टॉकिंग्स… मेरे मम्मी के पुराने कमलों से भी डरते हैं! 😅
लाइटिंग? ‘सबटल शैडो’ — मतलब… यह कभी सोए।
आपने कभी इस ‘शाम’ (शाम = silence) को ‘फोटो’ में पढ़ा है?
कमेंट्र में ‘खुल’… हमेश्”
Lace & Light: A Photographer's Journey Capturing Elegance in Boracay
जब लेस एंड लाइट का मज़ाक? 🤔
ये फोटोग्राफर क्या है? सिर्फ़ पॉइंटिंग करती है… नहीं! वो तो ‘लेस’ के साथ समुद्र को पकड़ने जा रही है।
अच्छा! सामने में ‘पिक्चर’ है - पर ‘पिक्चर’ में ‘सिलेंस’ है।
2017 में ‘वोल .026’… मतलब: ‘एलीगेंस’ के साथ ‘बोरकय’ की साँस! 😅
अभी-मुद्रा? “धुंध”!
आपने कभी ऐसी सन्नाटा में “शैडो” को पकड़ा?
comment section me khulna karte hai!
Solitary Elegance: Black Lace and Shadows in the Quiet Ritual of SOLO-尹菲
जब लैस ने सिर्फ़ छाया बना दी? मुझे कोई प्रोत्साहित करने की जरूरत ही नहीं… मैं केवल स्मृश को याद करती हूँ।
कलम-मेंच्रोम में सोना-फॉइल के साथ पानी पर हुए कागज़ पर सिलेंट (शाइया) ही मेरा ‘ड्रेम’ है।
कोई मॉडल्स? कोई प्रचार?
आपने कभी ‘एकल’ सुंदरता को ‘सिलेंट’ में पढ़ा?
कमेंट्र में स्टार्टड! 😌
Giới thiệu cá nhân
मैं दिल्ली की एक ऐसी कलाकार हूँ, जो सिर्फ़ तस्वीरें नहीं, बल्कि सन्नाटे का महसूस है। मेरी आँखें सुनहरे प्रकाश में खोजती हैं—जहाँ स्त्री का सुपन, उसका प्रश्न। मैं हर पलटा कोई 'अभिमान' के साथ पेश करती हूँ: कमज़ोर, पर सच्ची। हमेश मुझे 'विरासत' कहते हैं—बल्कि 'आधुनिकता'। मेरा काम: महिला के मुद्रा को 'शोभन' बनाना।




